मीरगंज, जौनपुर। जंघई-जौनपुर रेल मार्ग पर स्थित रामपुरचौथार गांव के समीप रेल अंडरपास बनवाए जाने को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा। वह अंडरपास बनाने वाले स्थान के समीप रविवार को दरी बिछाकर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। एसडीएम मछलीशहर व उपखंड अधिकारी आदित्य मार्कण्डेय के आश्वासन पर रेल रोको आंदोलन को स्थगित कर दिया। इस दौरान सर्कल की भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही।
रविवार के दिन सुबह 10 बजे रामपुरचौथार, कमासिन, कसेरवा, बसेरवा भटहर सहित अन्य गांव के ग्रामीणों ने समाजसेवी जज सिंह अन्ना व भाकियू के प्रदेश सचिव राजनाथ के नेतृत्व में ग्रामीण ने गांव के समीप रेलवे अंडरपास बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। इस क्रम में वे अंडरपास स्थल पर प्रदर्शन सहित तहसील का भी चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मछलीशहर की जनप्रतिनिधि कभी दिखती नहीं तो ग्रामीणों की समस्या को क्या सुलझाएगी? जिससे थक हार कर वे रविवार को धरना प्रदर्शन व रेल रोको अभियान के लिए अडिग हो गए। आंदोलन की सूचना पाकर भारी संख्या में सुरक्षा को लेकर मछलीशहर सर्कल की पुलिस व स्थानीय थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। आंदोलन करने वाले क्षेत्र के ग्रामीण धरना स्थल पर दरी बिछाकर बैठ गए।
ग्रामीणों का कहना है कि रेल मार्ग का मरम्मत होने के बाद रेलवे अंडए पास को पूरी तरह से नीचे कर बंद कर दिया। इससे राहगीरों को बाजार व अन्य कार्य के लिए करीब 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। अपराह्न एसडीएम मछलीशहर कुमार गौरव विद्युत उपखंड अधिकारी आदित्य मार्कण्डेय, अवर अभियंता जंघई अमित कुमार धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से रेल मंत्री को संबोधित पांच सूत्री मांग पत्र लिया। उन्होंने कहा कि उनकी मांग को केंद्र में भेज कर निराकरण कराया जाएगा। इसके बाद सुबह 11 बजे से चल रहा ग्रामीणों धरना प्रदर्शन व रेल रोको अभियान को समाप्त किया गया। इस मौके पर लक्ष्मीकांत, सुरेन्द्र, संजय, मोहम्मद सुकुरुल्लह, राजेंद्र कुमार, सुभाष, शैलेन्द्र कुमार, शोभनाथ, प्रहलाद, बृजलाल सहित सैंकड़ों पुरुष व महिलाएं मौजूद रहीं।
रविवार के दिन सुबह 10 बजे रामपुरचौथार, कमासिन, कसेरवा, बसेरवा भटहर सहित अन्य गांव के ग्रामीणों ने समाजसेवी जज सिंह अन्ना व भाकियू के प्रदेश सचिव राजनाथ के नेतृत्व में ग्रामीण ने गांव के समीप रेलवे अंडरपास बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। इस क्रम में वे अंडरपास स्थल पर प्रदर्शन सहित तहसील का भी चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मछलीशहर की जनप्रतिनिधि कभी दिखती नहीं तो ग्रामीणों की समस्या को क्या सुलझाएगी? जिससे थक हार कर वे रविवार को धरना प्रदर्शन व रेल रोको अभियान के लिए अडिग हो गए। आंदोलन की सूचना पाकर भारी संख्या में सुरक्षा को लेकर मछलीशहर सर्कल की पुलिस व स्थानीय थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। आंदोलन करने वाले क्षेत्र के ग्रामीण धरना स्थल पर दरी बिछाकर बैठ गए।
ग्रामीणों का कहना है कि रेल मार्ग का मरम्मत होने के बाद रेलवे अंडए पास को पूरी तरह से नीचे कर बंद कर दिया। इससे राहगीरों को बाजार व अन्य कार्य के लिए करीब 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। अपराह्न एसडीएम मछलीशहर कुमार गौरव विद्युत उपखंड अधिकारी आदित्य मार्कण्डेय, अवर अभियंता जंघई अमित कुमार धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से रेल मंत्री को संबोधित पांच सूत्री मांग पत्र लिया। उन्होंने कहा कि उनकी मांग को केंद्र में भेज कर निराकरण कराया जाएगा। इसके बाद सुबह 11 बजे से चल रहा ग्रामीणों धरना प्रदर्शन व रेल रोको अभियान को समाप्त किया गया। इस मौके पर लक्ष्मीकांत, सुरेन्द्र, संजय, मोहम्मद सुकुरुल्लह, राजेंद्र कुमार, सुभाष, शैलेन्द्र कुमार, शोभनाथ, प्रहलाद, बृजलाल सहित सैंकड़ों पुरुष व महिलाएं मौजूद रहीं।
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