महराजगंज, जौनपुर। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन और ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर चल रहे सत्याग्रह आंदोलन के चौथे चरण में सोमवार को स्थानीय विकास खंड के सभी ग्राम पंचायत सचिवों ने ऑनलाइन हाजिरी और गैर-विभागीय कार्यों के विरोध में अपने डोंगल एडीओ पंचायत कार्यालय में जमा कर दिये।
ब्लाक अध्यक्ष विनय यादव के नेतृत्व में सचिव सामूहिक रूप से एडीओ पंचायत कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी की अनिवार्यता और गैर-विभागीय कार्यों के अत्यधिक बोझ के खिलाफ अपना डोंगल सौंपकर विरोध दर्ज कराया। सचिवों ने स्पष्ट किया कि मोबाइल सिम और ईमेल आईडी उनकी निजी संपत्ति है। ऐसे में अव्यावहारिक व्यवस्था थोपना उचित नहीं है। उन्होंने घोषणा किया कि आज किसी भी प्रकार का भुगतान ऑनलाइन नहीं किया जायेगा।
सचिवों का कहना है कि अत्यधिक ऑनलाइन औपचारिकताओं और असंगत अतिरिक्त कार्यों के कारण जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। इससे उनके वास्तविक फील्ड कार्य प्रभावित हो रहे हैं जिससे ग्रामीण विकास पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
वहीं जौनपुर ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने इस आंदोलन को पूर्णतः शांतिपूर्ण और गांधीवादी सत्याग्रह बताया। साथ ही कहा कि इसका उद्देश्य किसी भी विभागीय कार्य को ठप करना नहीं है, बल्कि समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। सभी सचिव पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे। हालांकि, अपनी नैसर्गिक, तर्कसंगत और न्यायपूर्ण मांगों के समर्थन में यह सत्याग्रह किया गया है, ताकि सरकार इन पर गंभीरता से विचार कर शीघ्र ही आवश्यक आदेश जारी करे।
इस अवसर पर सचिव सुरेन्द्र यादव, सत्येन्द्र यादव, संतोष दुबे, प्रशांत यादव, शेष नारायण मौर्य, विकास यादव, ज्योति सिंह, विकास गौतम, उमेन्द्र यादव, शशिकान्त सोनकर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
ब्लाक अध्यक्ष विनय यादव के नेतृत्व में सचिव सामूहिक रूप से एडीओ पंचायत कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी की अनिवार्यता और गैर-विभागीय कार्यों के अत्यधिक बोझ के खिलाफ अपना डोंगल सौंपकर विरोध दर्ज कराया। सचिवों ने स्पष्ट किया कि मोबाइल सिम और ईमेल आईडी उनकी निजी संपत्ति है। ऐसे में अव्यावहारिक व्यवस्था थोपना उचित नहीं है। उन्होंने घोषणा किया कि आज किसी भी प्रकार का भुगतान ऑनलाइन नहीं किया जायेगा।
सचिवों का कहना है कि अत्यधिक ऑनलाइन औपचारिकताओं और असंगत अतिरिक्त कार्यों के कारण जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। इससे उनके वास्तविक फील्ड कार्य प्रभावित हो रहे हैं जिससे ग्रामीण विकास पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
वहीं जौनपुर ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने इस आंदोलन को पूर्णतः शांतिपूर्ण और गांधीवादी सत्याग्रह बताया। साथ ही कहा कि इसका उद्देश्य किसी भी विभागीय कार्य को ठप करना नहीं है, बल्कि समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। सभी सचिव पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे। हालांकि, अपनी नैसर्गिक, तर्कसंगत और न्यायपूर्ण मांगों के समर्थन में यह सत्याग्रह किया गया है, ताकि सरकार इन पर गंभीरता से विचार कर शीघ्र ही आवश्यक आदेश जारी करे।
इस अवसर पर सचिव सुरेन्द्र यादव, सत्येन्द्र यादव, संतोष दुबे, प्रशांत यादव, शेष नारायण मौर्य, विकास यादव, ज्योति सिंह, विकास गौतम, उमेन्द्र यादव, शशिकान्त सोनकर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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