आजमगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन व क्षेत्राधिकारी सदर आस्था जायसवाल के मार्गदर्शन में थाना जहानागंज व साइबर थानाध्यक्ष की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली।
UPCOP ऐप से FIR डाउनलोड कर पीड़ितों को निशाना बनाने वाला ठगी गिरोह बेनकाब हो गया। QR कोड के जरिए धोखाधड़ी की नई तरकीब उजागर हो गया। अन्तर्राज्यीय 2 अपराधी गिरफ्तार पकड़े गये जिनसे 2 रियलमी मोबाइल, फर्जी पुलिस परिचय पत्र, 4 फर्जी आधार कार्ड व सिमकार्ड बरामद हुआ।
पत्रकारों से वार्ता करते हुये पुलिस अधिकारी ने बताया कि 25 नवम्बर को वादिनी सविता पत्नी स्व. अमरनाथ निवासी झौवा थाना मेहनगर द्वारा थाना जहानागंज पर तहरीर दी गई कि उनकी मोबाइल संख्या 7800631137 पर मोबाइल नंबर 9203117942 से कॉल करके एक अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को सिपाही रंजीत थाना मेहनगर बताते हुए कहा— "आपकी लड़की मिल गई है। उसे लेने जा रहे हैं, जल्दी से QR कोड पर 24,000 भेज दें।" वादिनी द्वारा किसी तरह व्यवस्था कर 22,000 QR कोड पर भेज दिये जिसके बाद कॉलर ने नंबर बंद कर दिया और लड़की के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली। इस पर थाना जहानागंज पर मुकदमा अपराध धारा 66D IT Act पंजीकृत किया गया।
9 दिसम्बर को सर्विलांस एवं साइबर सेल से प्राप्त जानकारी के आधार पर थानाध्यक्ष जहानागंज अतुल मिश्रा मय टीम द्वारा आज़मगढ़ रेलवे स्टेशन स्थित पूर्वी छोर से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर विधिक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में अंकित यादव पुत्र स्व. धर्मजीत यादव निवासी भदरई, पोस्ट बारी, थाना लेधौरा, जनपद टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) एवं दीनदयाल यादव पुत्र भईया लाल यादव निवासी कनेरा बरियन, पोस्ट कनेरा, थाना बम्हौरी कला, जनपद टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) हैं।
अपराध का तरीका
अभियुक्तों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे UPCOP मोबाइल ऐप से मुकदमा कापी डाउनलोड कर पीड़ित का नाम-पता प्राप्त करते थे। गूगल व निर्वाचन आयोग वेबसाइट से ग्राम प्रधान का नंबर लेकर पीड़ित का मोबाइल नंबर जुटाते थे। पीड़ित से मुकदमे में मदद या गिरफ्तारी का भय दिखाते थे। बाद में अलग-अलग QR कोड भेजकर धनराशि ठगते थे।
बरामदगी
2 रियलमी मोबाइल, 1 फर्जी पुलिस परिचय पत्र, 4 फर्जी आधार कार्ड, 1 टूटा जीओ सिमकार्ड, 2 टूटा एयरेटल सिम कार्ड।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
टीम में थानाध्यक्ष अतुल मिश्रा के अलावा उ0नि0 विनय कुमार, का0 शिवम चौधरी, का0 हरेन्द्र सिंह, वाहन चालक का0 राशिद ख़ां
शामिल रहे।
साइबर सेल टीम
साइबर टीम के उ0नि0 सागर रंगू प्रभारी साइबर सेल, हे0का0 ओम प्रकाश जायसवाल, हे0का0 मुकेश भारती, आरक्षी राहुल सिंह, आरक्षी सतेन्द्र यादव एवं आरक्षी श्याम साहनी शामिल रहे।
पत्रकारों से वार्ता करते हुये पुलिस अधिकारी ने बताया कि 25 नवम्बर को वादिनी सविता पत्नी स्व. अमरनाथ निवासी झौवा थाना मेहनगर द्वारा थाना जहानागंज पर तहरीर दी गई कि उनकी मोबाइल संख्या 7800631137 पर मोबाइल नंबर 9203117942 से कॉल करके एक अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को सिपाही रंजीत थाना मेहनगर बताते हुए कहा— "आपकी लड़की मिल गई है। उसे लेने जा रहे हैं, जल्दी से QR कोड पर 24,000 भेज दें।" वादिनी द्वारा किसी तरह व्यवस्था कर 22,000 QR कोड पर भेज दिये जिसके बाद कॉलर ने नंबर बंद कर दिया और लड़की के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली। इस पर थाना जहानागंज पर मुकदमा अपराध धारा 66D IT Act पंजीकृत किया गया।
9 दिसम्बर को सर्विलांस एवं साइबर सेल से प्राप्त जानकारी के आधार पर थानाध्यक्ष जहानागंज अतुल मिश्रा मय टीम द्वारा आज़मगढ़ रेलवे स्टेशन स्थित पूर्वी छोर से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर विधिक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में अंकित यादव पुत्र स्व. धर्मजीत यादव निवासी भदरई, पोस्ट बारी, थाना लेधौरा, जनपद टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) एवं दीनदयाल यादव पुत्र भईया लाल यादव निवासी कनेरा बरियन, पोस्ट कनेरा, थाना बम्हौरी कला, जनपद टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) हैं।
अपराध का तरीका
अभियुक्तों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे UPCOP मोबाइल ऐप से मुकदमा कापी डाउनलोड कर पीड़ित का नाम-पता प्राप्त करते थे। गूगल व निर्वाचन आयोग वेबसाइट से ग्राम प्रधान का नंबर लेकर पीड़ित का मोबाइल नंबर जुटाते थे। पीड़ित से मुकदमे में मदद या गिरफ्तारी का भय दिखाते थे। बाद में अलग-अलग QR कोड भेजकर धनराशि ठगते थे।
बरामदगी
2 रियलमी मोबाइल, 1 फर्जी पुलिस परिचय पत्र, 4 फर्जी आधार कार्ड, 1 टूटा जीओ सिमकार्ड, 2 टूटा एयरेटल सिम कार्ड।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
टीम में थानाध्यक्ष अतुल मिश्रा के अलावा उ0नि0 विनय कुमार, का0 शिवम चौधरी, का0 हरेन्द्र सिंह, वाहन चालक का0 राशिद ख़ां
शामिल रहे।
साइबर सेल टीम
साइबर टीम के उ0नि0 सागर रंगू प्रभारी साइबर सेल, हे0का0 ओम प्रकाश जायसवाल, हे0का0 मुकेश भारती, आरक्षी राहुल सिंह, आरक्षी सतेन्द्र यादव एवं आरक्षी श्याम साहनी शामिल रहे।
إرسال تعليق