शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में स्थित ज्ञाना इंटरनेशनल प्ले स्कूल में मंगलवार को दशहरा पर्व बड़े धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा प्रस्तुत रामायण के विभिन्न पात्रों की झांकियां और रावण दहन रहा जिसे सभी ने बड़े उत्साह से देखा।
कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान एवं मां दुर्गा के विविध रूपों का जीवंत चित्रण किया। इस दौरान आयोजित भेष-भूषा प्रतियोगिता में काव्यांश, दिव्यांश, रुद्राक्ष, कृष, तृषा, अद्विक, ईशान्वी, अदिति, वाणी, अश्वी, कियारा, आविका, अन्वी, आर्या, नव्या, अविका आदि बच्चों ने भाग लिया और अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
विद्यालय के निदेशक दिवाकर मिश्र ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों में पौराणिक चरित्रों के माध्यम से नैतिक मूल्यों का संचार आवश्यक है। साथ ही उन्होंने बच्चों को अपने जीवन में रामायण के आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा दिया।
प्रधानाचार्या डॉ. अनामिका मिश्रा ने बच्चों को दशहरा पर्व के महत्व से अवगत कराते हुए बताया कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। साथ ही सरल और सहज भाषा में बच्चों को सत्य, साहस और धर्म के मार्ग पर चलने की सीख दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की शिक्षिका सिमरन, ज्योति, रागिनी, मुस्कान, स्नैना, मंजू आदि का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान एवं मां दुर्गा के विविध रूपों का जीवंत चित्रण किया। इस दौरान आयोजित भेष-भूषा प्रतियोगिता में काव्यांश, दिव्यांश, रुद्राक्ष, कृष, तृषा, अद्विक, ईशान्वी, अदिति, वाणी, अश्वी, कियारा, आविका, अन्वी, आर्या, नव्या, अविका आदि बच्चों ने भाग लिया और अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
विद्यालय के निदेशक दिवाकर मिश्र ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों में पौराणिक चरित्रों के माध्यम से नैतिक मूल्यों का संचार आवश्यक है। साथ ही उन्होंने बच्चों को अपने जीवन में रामायण के आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा दिया।
प्रधानाचार्या डॉ. अनामिका मिश्रा ने बच्चों को दशहरा पर्व के महत्व से अवगत कराते हुए बताया कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। साथ ही सरल और सहज भाषा में बच्चों को सत्य, साहस और धर्म के मार्ग पर चलने की सीख दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की शिक्षिका सिमरन, ज्योति, रागिनी, मुस्कान, स्नैना, मंजू आदि का विशेष योगदान रहा।
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