महराजगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में स्थित भटपुरा गांव में परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी संत पंकज जी महाराज का सत्संग कार्यक्रम किया गया। यह उनकी शाकाहार, सदाचार और मद्यनिषेध जनजागरण यात्रा का 91वां पड़ाव था। स्थानीय लोगों ने यात्रियों का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया।
इस मौके पर अपने सत्संग संदेश में संत पंकज जी महाराज ने कहा कि इस जगत में सारा पसारा केवल 'शब्द' का है जिसे नाम भी कहते हैं। गुरु ही नाम को जगाते या सिद्ध करते हैं और सिद्ध किया हुआ नाम ही जीव को भवसागर से पार करता है। उन्होंने कबीर साहब के 'ढाई अक्षर' को प्रेम नहीं, बल्कि शब्द बताया।उन्होंने अपने गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने 'जयगुरुदेव' नाम सिद्ध कर देश के कोने-कोने में इसका प्रचार किया। इससे लाखों-करोड़ों लोगों का खान-पान सुधरा और उनका जीवन बदल गया, उन्हें भगवान के भजन की माला थमाई गई। उन्हीं के पदचिन्हों व आदेश पर वे भी एक अच्छे समाज के निर्माण का लक्ष्य लेकर निकले हैं।
महाराज जी ने समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों और सभी वर्ग के प्रबुद्धजनों से अपील किया कि वे युवा पीढ़ी को दिशाहीन होने से बचाएं। उन्होंने युवाओं को शाकाहारी, सदाचारी बनाने और नशीले व्यसनों से दूर रखने का आह्वान किया, ताकि उनकी आंखों में मां, बहन, बेटी की पहचान कायम रहे और एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके। उन्होंने आगामी 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक मथुरा स्थित जयगुरुदेव आश्रम पर होने वाले पूज्यपाद दादा गुरु जी महाराज के 77वें पावन भंडारे और सत्संग मेले में पधारने का निमंत्रण भी दिया। इस सत्संग आयोजन में पुलिस प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा।
इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्तव, जगदीश चौरसिया, बलराम चौरसिया, ग्राम प्रधान मूलशंकर सिंह, संजय चौरसिया, राम बहाल यादव, हरीराम गुप्ता, वीरेंद्र सिंह, सहयोगी संगत कौशांबी के घनश्याम जी, राम कुमार, गोवर्धन, बाबू लाल सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
Post a Comment