खुटहन, जौनपुर। राम चरित मानस एक प्रयोग शास्त्र है। इसको जीवन में प्रयोग करने की नितांत आवश्यकता है। आज के समाज में सब एक—दूसरे के धन को हड़पने की नियत में लगे रहते हैं जिससे समाज में बहुत सी बुराइयां व्याप्त हो गई हैं। इन सब बुराइयों को समाज से हटाने के लिए भगवान राम चंद्र और उनके भाई भारत के त्याग के पदचिह्नों पर चलने की जरूरत है। जिस तरह अयोध्या का राज भ्रातृत्व प्रेम के कारण दोनों भाइयों ने फुटबॉल की तरह लात मार दिया, ठीक उसी तरह के भाई चारे की जरूरत आज के समाज को भी है। उक्त बातें धर्ममण्डल रामलीला समिति कोकना के तीसरे दिन के उद्घाटन में जिला संयोजक पंचायत प्रकोष्ठ श्रीकृष्ण पाण्डेय उर्फ बड़कऊ ने कहा। इस अवसर पर सचिन, रवि, हरि प्रकाश, अरविंद, राजेश पाठक, अखिलेश बिंद, गोकर्ण पाण्डेय, मोहित तिवारी, राजीव रंजन श्रीवास्तव, राजेश पाण्डेय, हीरा लाल, राहुल तिवारी, अनिल शर्मा, ब्रजेश, उपाध्याय, पीयूष श्रीवास्तव सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
Jaunpur News : प्रयोग शास्त्र है रामचरित मानस: श्रीकृष्ण
byटीम संचार सेतु
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