चन्दवक, जौनपुर। स्थानीय थाना के बजरंगनगर पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत एक चौंकाने वाला मामला सामने प्रकाश में आया है। यहाँ एक युवक खुद के अपहरण की झूठी साजिश रचकर न केवल अपने परिजनों को परेशान किया बल्कि पुलिस महकमे को भी कई घंटों तक भ्रमित किया।
विदित हो कि निखिल यादव पुत्र लाल बहादुर यादव निवासी डीहा कोट के अपहरण की सूचना मिलते ही बजरंगनगर चौकी प्रभारी आरके ओझा और आरक्षी वैभव विशाल सिंह ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। परिजनों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर पुलिस ने निखिल की तलाश में विभिन्न संभावित स्थानों पर छानबीन शुरू की। मोबाइल लोकेशन, तकनीकी सर्विलांस और स्थानीय सुरागों के सहारे पुलिस टीम ने क्षेत्रीय जाँच को तेज किया। 24 घंटे के भीतर ही देर रात निखिल को आइलिया और कुसम्ही गांव के बीच स्थित एक सुनसान स्थान से बरामद कर लिया गया।पहले तो निखिल ने अपने अपहरण की कहानी को सच साबित करने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। निखिल ने स्वीकार किया कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि वह खुद ही स्वेच्छा से घर से चला गया था और बाद में खुद को अगवा दिखाने की योजना बनाई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि निखिल निजी तनावों और पारिवारिक दबावों से परेशान था, इसलिए वो भाग के मुंबई जाना चाहता है जिसके चलते उसने यह नाटक रचा। हालांकि पुलिस इस पूरे प्रकरण की कानूनी जांच कर रही है और इस झूठी सूचना देने के पीछे की वास्तविक मंशा को लेकर गहराई से पूछताछ जारी है।
إرسال تعليق