जौनपुर। शिराजे हिन्द जौनपुर के मुसलिम बाहुल्य मोहल्लों में ईदे गदीर हर्षोल्लास से मनाई गयी। मस्जिदों मे आमाले ईदे गदीर की नमाज, दुआ व महफिल का आयोजन हुआ जहां शोअरा ने नजराना ऐ अकीदत पेश किया।
इस सिलसिले में आमाले ईदे गदीर व महफिल शिया जामा मस्जिद नवाब बाग मे हुई। हुज्जतुल इस्लाम मौलाना आबिद आगा नजफी ने आमाले ईदे गदीर मोमनीन को कराया और ईदे गदीर के महत्व पर रौशनी डाली। उन्होंने बताया कि मक्का से हज की वापसी पर 18 जिल्ल हिज्जा को पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद ने मौला अली को गदीरे कुम के मैदान में अल्लाह के हुक्म से अपना खलीफा, जानशीन, उत्तराधिकारी बनाया। इसी त्योहार को आलमे इस्लाम में ईदे गदीर कहा जाता है।शिया जामा मस्जिद नवाब बाग में महफिल का आयोजन हुआ जहां मुतवल्ली शेख अली मंजर डेजी ने मोमनीन को मुबारकबाद पेश किया तो उपस्थित जनों ने मुल्क—कौम की खुशहाली एवं तरक्की के लिए दुआ की। महफिल के बाद नजरे मौला का ऐहतेमाम मोमनीन के लिए मशकुरुल हसन शाजान खां की जानिब से हुआ। इस अवसर पर इरशाद जैदी, इमरान खां, सैय्यद असलम नक्वी, मोहम्मद नासिर रजा, शहरयार हुसैन, सैयद शाँदा, मोहम्मद, मौलाना मुज्तबा खाँ, अनवर जौनपुरी, मीसम, अहमद, नाजिम हुसैन एडवोकेट इत्यादि उपस्थित थे।
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