Jaunpur News : ​महिलाओं की भागीदारी से लोकतंत्र सशक्त : प्रो. रीता बहुगुणा जोशी

जौनपुर। मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज के भव्य सभागार में 'एक राष्ट्र - एक चुनाव में महिलाओं की भागीदारी' विषय पर एक उच्चस्तरीय संगोष्ठी का आयोजन भव्यता के साथ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में देश की प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं प्रखर राजनेत्री प्रोफेसर श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी (पूर्व सांसद एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री) ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इसकी मजबूती और समरसता के लिए 'एक राष्ट्र - एक चुनाव' जैसे नवाचार अत्यंत आवश्यक हैं। इससे न केवल संसाधनों की बचत होगी, बल्कि चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सशक्त बनेगी। महिलाएँ केवल देश की आधी आबादी नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा हैं। जब तक महिलाएँ विधायिका, कार्यपालिका और नीति निर्माण में निर्णायक भूमिका में नहीं होंगी, तब तक लोकतंत्र की संपूर्णता संभव नहीं है। उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के विविधता में एकता को सामने रखते हुए कहा कि हमारे देश का आंतरिक तानाबाना कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, असम से लेकर गुजरात तक फैला हुआ है। 'एक राष्ट्र - एक चुनाव' जैसी पहल से न केवल हमारे संसाधनों की बचत होगी, बल्कि यह एकता का प्रतीक बनकर सभी क्षेत्रों के नागरिकों को जोड़ने का कार्य करेगा। इस एकीकरण के माध्यम से हम अपनी सामूहिक शक्ति को महसूस करेंगे और एकजुट होकर अधिक सशक्त राष्ट्र बनेंगे। उन्होंने युवतियों को प्रेरित करते हुए आह्वान किया कि राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा और राष्ट्र निर्माण का पथ है। युवा महिलाएँ राजनीति, प्रशासन और नीति निर्माण के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर भाग लें और भारत को एक सशक्त एवं समावेशी राष्ट्र के रूप में गढ़ने में योगदान दें। 'एक राष्ट्र - एक चुनाव' जैसे सुधार महिलाओं को अधिक अवसर और अधिक प्रतिनिधित्व का अवसर प्रदान कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही नगर पालिका परिषद जौनपुर की चेयरमैन मनोरमा मौर्य ने कहा कि हमारे देश की महिलाओं ने प्रत्येक युग में नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है। 'एक राष्ट्र - एक चुनाव' जैसे ऐतिहासिक नवाचार में भी महिलाओं को निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए, ताकि भारतीय लोकतंत्र और अधिक मजबूत एवं व्यवस्थित बन सके। स्वागत भाषण में डॉ. अब्दुल कादिर खान ने कहा कि हमारे कालेज के लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है कि आज हम 'एक राष्ट्र - एक चुनाव' जैसे समसामयिक एवं महत्वपूर्ण विषय पर विमर्श कर रहे हैं। भारत जैसे विविधतापूर्ण राष्ट्र में इस प्रकार के नवाचार लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल हैं। महिलाओं की सक्रिय सहभागिता के बिना लोकतंत्र पूर्ण नहीं कहा जा सकता। शिक्षण संस्थानों का परम कर्तव्य है कि वे राष्ट्रीय चेतना, सामाजिक उत्तरदायित्व तथा नेतृत्व क्षमता का विकास करें। विषय प्रवर्तन प्रोफेसर शिखा ने किया। मंच पर प्रोफेसर शिखा, प्रोफेसर मुक्त राजे, रागिनी सिंह, अंजना श्रीवास्तव, डॉ. वंदना सरकार एवं डॉ. संध्या सिंह भी मंचासीन रहीं। कार्यक्रम का संयोजन प्रोफेसर डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम संयुक्त संचालक वैष्णवी एवं स्नेहा ने किया। मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज की छात्राओं के द्वारा विषय के संबंध रंगोली भी तैयार की गई। कार्यक्रम में इंटर कालेज के प्रधानाचार्य मोहम्मद नासिर खान, माधुरी गुप्ता, प्रीति गुप्ता, खुशबू श्रीवास्तव, डॉ. पूनम श्रीवास्तव, उर्वशी सिंह, रामसूरत मौर्य, शाहिद अलीम, डॉ. जीवन यादव, आरपी सिंह, अहमद अब्बास खान सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post