Entertainment : ​​रुक्मिणी वसंत ने दिखाए “कांतारा चैप्टर 1” के अनदेखे पल — कैसे बनीं कनकवती

रुक्मिणी वसंत ने अपने चाहने वालों को बिहाइन्ड द सीन्स झलक दिखाई है कि किस तरह उन्होंने कांतारा चैप्टर 1 में कनकवती का रूप रचा. "बीकमिंग कनकवती" नाम की तस्वीरों और वीडियो की इस शानदार सीरीज़ में वो तैयारी, जुनून और बारीकियों की झलक मिलती है, जिसने इस बहुचर्चित किरदार में जान डाली.

पोस्ट की शुरुआत होती है रुक्मिणी की पर्सनल नोटबुक से — एक हाथ से बना स्केच "इन पब्लिक अवतार" के नाम से, और पन्नों में दर्ज भावनाओं-खासियतों-भीतरी संसार पर लिखे नोट्स. ये देखकर साफ होता है कि कनकवती का जन्म कागज़ पर हुआ, स्क्रीन पर नहीं.

इसके बाद नज़र जाती है फिल्म के भव्य सेट पर. एक तस्वीर में रुक्मिणी सोने के गहनों में सजी, शाही बालकनी पर हल्की बारिश में मुस्कुरा रही हैं — कनकवती की शांत ताक़त जैसे फ्रेम में टँक गई हो. दूसरी तस्वीर में वो नीले रंग के परिधान में 'पीस' दिखाती हुई — ऑफ-स्क्रीन उनकी खिलखिलाती शरारत साफ झलकती है.

एक कैंडिड फ्रेम में वो क्रू के साथ गहरे चर्चा में मग्न हैं, और वहीं दूसरी तस्वीर में उनकी योद्धा वाली छवि — जिरहबख्तर पहने, खून से लथपथ फिर भी शान से मुस्कुराती — नर्मी और नुकीलापन एक ही फ्रेम में.

रुक्मिणी ने घुड़सवारी की ट्रेनिंग का वीडियो भी साझा किया, जिसमें कनकवती के "रानी + योद्धा" दोनों हावभाव व चाल ढाल पर उनकी पकड़ झलकती है.

ये पोस्ट उस वक्त आया जब रुक्मिणी ने इंस्टाग्राम पर 30 लाख फ़ॉलोअर्स का मुकाम भी छू लिया — उनकी कला और सच्चाई के लिए बढ़ती कद्र का सबूत.

साल की सबसे बेसब्री से इंतज़ार की जाने वाली फिल्मों में कांतारा चैप्टर 1 शामिल है — और कनकवती के रूप में रुक्मिणी वसंत का अभिनय पहले ही यादगार प्रदर्शन के रूप में दर्ज होने लगा है — तैयारी, कलाकारी और रूह से जन्मा.

आगे रुक्मिणी को टॉक्सिक: अ फेयरी टेल फॉर ग्रोन-अप्स और एनटीआर नील जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में भी देखा जाएगा — जो उनकी "देखते रहो — यह रुक्मिणी रुकने वाली नहीं" वाली स्थिति को और मजबूत करता है.

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post