मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर। स्थानीय नगर के कटरा मोहल्ला स्थित सृष्टि पैलेस में श्रीदुर्गा पूजा महासमिति की एक आवश्यक बैठक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को शाम 7 बजे आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित क्षेत्र की लगभग 135 पूजा समितियो के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों द्वारा आगामी 2 अक्टूबर दशहरा के दिन क्षेत्र के उकनी गाँव में श्रीदुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए बनाए गए विसर्जन कुण्ड की साफ-सफाई एवं विसर्जन की उचित व्यवस्था को लेकर काफी हो-हल्ला किया। बैठक में उपस्थित पूजा समिति के पदाधिकरियो ने कहा कि पूरा देश शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा का आवाहन कर भक्ति भाव से नौ दिनों तक उनका पूजन करता है। पहले तो नदियों में मूर्तियों का विसर्जन कर दिया जाता था लेकिन न्यायालय द्वारा लगायी गयी रोक के पश्चात लगभग 12 साल से क्षेत्र के उकनी गांव में प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थल पर प्रतिमा विसर्जन का जो कुण्ड बनाया गया है उसके लिए प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
नगर पालिका परिषद द्वारा प्रतिमा विसर्जन के पूर्व अपनी तरफ से वहां व्यवस्था दी जाती है जिसमे श्रीदुर्गा पूजा महासमिति के लोग अपना सहयोग प्रदान करते हैं। वर्ष में एक दिन जब जिला प्रशासन के लोग मौके पर आते हैं तो पूजा समितियो से ढेर सारा वादा करते हैं लेकिन उसके बाद सब भूल जाते हैं जिसका नतीजा यह निकलता है कि विसर्जन कुण्ड की ना तो ठीक से साफ-सफाई हो पाती है और ना ही उसमें शुद्ध और साफ जल भरा जाता है । इस मौके पर जैसे तैसे कर मूर्तियों का विसर्जन कराकर प्रशासन अपना काम पूरा करता है । इसी बात को लेकर पूजा समितियो के लोग काफी नाराज दिखे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे श्रीदुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष एवं नगर पालिका अध्यक्ष कपिल मुनि ने लोगों के आक्रोश को शान्त करते हुए कहा कि इस संबंध में मैंने स्वयं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट / उपजिलाधिकारी मछलीशहर से मिलकर इस समस्या की तरफ उनका ध्यान अकृष्ट कराया है और शीघ्र ही हम सब एक प्रतिनिधिमण्डल के रूप में जिलाधिकारी महोदय से मिलकर आपकी भावनाओं से उनको अवगत कराएंगे और इस समस्या के स्थाई निराकरण का प्रयास करेंगे। साथ उन्होंने पूजा समितियो के पदाधिकारियों से अपील किया कि शासन और प्रशासन द्वारा नवरात्र और दशहरा को लेकर जो नियम और निर्देश बनाए गए हैं पूजा समिति के लोग उनका पालन करें।
उन्होंने कहा कि सभी पूजा पण्डालों में प्रवेश और निकास की उचित व्यवस्था करायी जाए, मूर्तियों के पास सभी को जाने ना दिया जाए, मूर्तियां छोटी स्थापित की जाए, विधि विधान से उनका पूजन दर्शन करें और सबसे बड़ी बात है कि पंडाल में जो विद्युत आदि की सजावट हो उसमें सुरक्षा की दृष्टि से टेप एवं पॉलीथिन आदि लगाकर ही तारों को बांधा जाए कहीं भी कोई तार खुले ना रहे और लाउडस्पीकर का नियंत्रित प्रयोग करें जिससे कि आसपास या अन्य किसी को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
महासमिति के महामन्त्री दीपक शुक्ला ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा शारदीय नवरात्र, श्रीदुर्गा पूजा, दशहरा को लेकर जो कुछ नियम बनाए गए हैं पूजा समितियां उनका पालन करते हुए प्रशासन को अपना सहयोग प्रदान करें और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उनसे अथवा महासमिति के अध्यक्ष को सूचित करें। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि नवरात्र और दशहरा के इस पावन त्यौहार पर जिला प्रशासन भी पूजा समितियो के साथ सहयोग एवं समन्वय स्थापित करके इन त्योहारों को सकुशल सम्पन्न कराने में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष इन्द्रमणि चौरसिया, राजेश गुप्ता, राजीव केसरी, वीरेन्द्र कुमार बाबा, अमित शुक्ला, राजेन्द्र त्रिपाठी, जितेन्द्र गुप्ता समेत क्षेत्र की लगभग 135 पूजा पण्डालो के अध्यक्ष, मंत्री व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
नगर पालिका परिषद द्वारा प्रतिमा विसर्जन के पूर्व अपनी तरफ से वहां व्यवस्था दी जाती है जिसमे श्रीदुर्गा पूजा महासमिति के लोग अपना सहयोग प्रदान करते हैं। वर्ष में एक दिन जब जिला प्रशासन के लोग मौके पर आते हैं तो पूजा समितियो से ढेर सारा वादा करते हैं लेकिन उसके बाद सब भूल जाते हैं जिसका नतीजा यह निकलता है कि विसर्जन कुण्ड की ना तो ठीक से साफ-सफाई हो पाती है और ना ही उसमें शुद्ध और साफ जल भरा जाता है । इस मौके पर जैसे तैसे कर मूर्तियों का विसर्जन कराकर प्रशासन अपना काम पूरा करता है । इसी बात को लेकर पूजा समितियो के लोग काफी नाराज दिखे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे श्रीदुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष एवं नगर पालिका अध्यक्ष कपिल मुनि ने लोगों के आक्रोश को शान्त करते हुए कहा कि इस संबंध में मैंने स्वयं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट / उपजिलाधिकारी मछलीशहर से मिलकर इस समस्या की तरफ उनका ध्यान अकृष्ट कराया है और शीघ्र ही हम सब एक प्रतिनिधिमण्डल के रूप में जिलाधिकारी महोदय से मिलकर आपकी भावनाओं से उनको अवगत कराएंगे और इस समस्या के स्थाई निराकरण का प्रयास करेंगे। साथ उन्होंने पूजा समितियो के पदाधिकारियों से अपील किया कि शासन और प्रशासन द्वारा नवरात्र और दशहरा को लेकर जो नियम और निर्देश बनाए गए हैं पूजा समिति के लोग उनका पालन करें।
उन्होंने कहा कि सभी पूजा पण्डालों में प्रवेश और निकास की उचित व्यवस्था करायी जाए, मूर्तियों के पास सभी को जाने ना दिया जाए, मूर्तियां छोटी स्थापित की जाए, विधि विधान से उनका पूजन दर्शन करें और सबसे बड़ी बात है कि पंडाल में जो विद्युत आदि की सजावट हो उसमें सुरक्षा की दृष्टि से टेप एवं पॉलीथिन आदि लगाकर ही तारों को बांधा जाए कहीं भी कोई तार खुले ना रहे और लाउडस्पीकर का नियंत्रित प्रयोग करें जिससे कि आसपास या अन्य किसी को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
महासमिति के महामन्त्री दीपक शुक्ला ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा शारदीय नवरात्र, श्रीदुर्गा पूजा, दशहरा को लेकर जो कुछ नियम बनाए गए हैं पूजा समितियां उनका पालन करते हुए प्रशासन को अपना सहयोग प्रदान करें और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उनसे अथवा महासमिति के अध्यक्ष को सूचित करें। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि नवरात्र और दशहरा के इस पावन त्यौहार पर जिला प्रशासन भी पूजा समितियो के साथ सहयोग एवं समन्वय स्थापित करके इन त्योहारों को सकुशल सम्पन्न कराने में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष इन्द्रमणि चौरसिया, राजेश गुप्ता, राजीव केसरी, वीरेन्द्र कुमार बाबा, अमित शुक्ला, राजेन्द्र त्रिपाठी, जितेन्द्र गुप्ता समेत क्षेत्र की लगभग 135 पूजा पण्डालो के अध्यक्ष, मंत्री व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Post a Comment