Jaunpur News : 1973 से हुई शुरूआत, बंगाल की तर्ज पर सजा पहला पण्डाल

जिले में सार्वजनिक दुर्गा पूजा की परंपरा वर्ष 1973 से शुरू हुई। पश्चिम बंगाल की तर्ज पर नवयुग संस्था उर्दू बाजार (टैगोर नगर) ने गोसाई रामलीला मैदान में पहला सार्वजनिक पंडाल स्थापित किया। इसके पहले दुर्गा पूजा केवल स्टेशन रोड स्थित वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक-डे के घर तक सीमित थी। समाजसेवी रामचंद्र नवीन के नेतृत्व में बनी इस संस्था ने नाट्य मंचन की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नौ दिनी दुर्गा पूजा का आयोजन शुरू किया। वाराणसी से मां दुर्गा की प्रतिमा लाई गई और शहर के बुद्धिजीवियों डॉ. श्रीपाल सिंह क्षेम, डॉ. देवेंद्र उपाध्याय, डॉ. अरुण सिंह, रामकृष्ण, कन्हैया लाल शर्मा सहित कई विद्वानों ने मिलकर इसकी नींव रखी। प्रशासनिक दिक्कतें भी आईं लेकिन तत्कालीन जिलाधिकारी ओ.एन. वैद्य ने अनुमति देकर इस ऐतिहासिक शुरुआत को रास्ता दिया।

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