सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गौर गाँव में उस समय कोहराम मच गया, जब हल्की बारिश के बीच खेल रहे दो मासूम, 14 वर्षीय किशन बनवासी और 12 वर्षीय अतुल बनवासी, पास के शीशम के पेड़ के नीचे जा खड़े हुए। किसे पता था कि यही पेड़ उनकी जिंदगी का आखिरी ठिकाना बन जाएगा। आसमान से गिरी बिजली ने दोनों मासूमों को मौके पर ही निगल लिया। देखते ही देखते खेल का मैदान मातम में बदल गया, बच्चों की हंसी चीख़ों में और परिवार की खुशियाँ सदमे में बदल गईं।
दूसरी ओर खेतासराय थाना क्षेत्र के नोनारी भुड़कुड़हा गाँव में 50 वर्षीय किसान बहादुर, जो रोज़ की तरह खेतों में अपनी फसल सँवारने में जुटे थे, अचानक आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। परिवारजन उन्हें अस्पताल ले तो भागे, पर नियति को कुछ और ही मंज़ूर था। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और घर लौटे सिर्फ़ उनके निश्चल शरीर के साथ परिजनों की हृदयविदारक चीखें।
लगातार बरसात के बीच आकाशीय बिजली से हुई इन तीन मौतों ने न सिर्फ़ परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके को दहशत और गम के साए में ढकेल दिया है। गाँवों में मातमी सन्नाटा है और हर किसी की आँखें नम हैं।

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