जौनपुर। सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन "आत्मा" योजना अंतर्गत गठित अधिशासी समिति की बैठक जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनपद कृषि प्रधान जनपद है, कृषि के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। बस जरूरत है कि सभी संस्थाएं मिलकर काम करें तो कृषि के क्षेत्र में जरूर समृद्धि आएगी। परंपरागत खेती से हटकर तकनीकी खेती करने पर किसानों में खुशहाली आएगी। प्रशिक्षण, प्रदर्शन और जागरूकता से किसानों के हालात बदलेंगे। वर्तमान वित्तीय वर्ष में जिला कृषि कार्य योजना में 6.78 करोड रुपए खर्च पर किसानों की मदद की जाएगी। उन्होंने कृषि तकनीकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन (एनएफएसएनएम) और उत्तर प्रदेश श्री अन्न (मिलेट्स) पुनरोद्धार कार्यक्रम की वर्ष 2025-26 के लिए जिला कार्य योजनाओं को अनुमोदन प्रदान किया। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन के तहत 4.26 करोड रुपए की धनराशि व्यय होगी।उन्होंने उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि कृषकों को अच्छी संस्थानों में प्रशिक्षण एवं भ्रमण कराकर उनकी क्षमता विकास करायें, ताकि नई तकनीकी से खेती करके अपनी आमदनी बढ़ा सके। जिलाधिकारी ने गौ-आधारित प्राकृतिक खेती और श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती को बढ़ावा देने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे लागत घटेगी और बेहतर उत्पादन प्राप्त कर स्वच्छ पर्यावरण में कृषि का सतत विकास कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन उप परियोजना निदेशक (आत्मा) डा. रमेश चंद्र यादव ने किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, जिला विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी, उप कृषि निदेशक हिमांशु पांडेय, जिला कृषि अधिकारी विनय सिंह, जिला उद्यान अधिकारी डा. सीमा सिंह राणा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा. सुरेश कनौजिया, डा. आरके सिंह सहित बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद रहे।
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