Jaunpur News : शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम, पत्नी की चित्कार से कांप उठा गांव

बच्चों की आंखों में पिता को खोने का दर्द झलका
संतोष की हत्या के बाद गांव में मातम, 3 आरोपी गिरफ्तार
खुटहन, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के गौसपुर बाजार में मामूली कहासुनी के बाद हुई संतोष यादव की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। रविवार जब उनका शव पोस्टमार्टम के बाद गाँव पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई। जैसे ही एंबुलेंस दरवाजे पर रुकी, पत्नी अर्चना देवी बेसुध होकर गिर पड़ीं। 3 बेटियाँ और एक बेटा एकटक अपने पिता के शव को निहारते रह गए। गाँव में हर शख्स की आंखें भर आईं।
अब हम कैसे जियेंगे? अर्चना देवी का करूण—क्रन्दन
संतोष की पत्नी सुनीता देवी का विलाप रुकने का नाम नहीं ले रहा था। वे बार-बार कहती रही कि हे भगवान! हमारा क्या कसूर था? क्या एक छींटा गिरने से मेरे सुहाग का उजड़ जाना तय था? अब बच्चों को कैसे पालूंगी? मेरे बच्चे अनाथ हो गए। बूढ़ी सास, बहनें और पड़ोस की महिलाएं उन्हें संभालती रहीं लेकिन गम का सागर इतना गहरा था कि हर कोई स्तब्ध रह गया।
देर शाम सुतौली घाट पर किया गया अंतिम संस्कार
सुतौली में शव आते ही भारी भीड़ उमड़ पड़ी आस-पास के गांवों से भी लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। देर शाम सुतौली घाट पर संतोष यादव का अंतिम संस्कार किया गया। उनके पिता जयराम यादव ने अपने बेटे को मुखाग्नि देते हुए फफक कर रो पड़े, क्योंकि उनका बड़ा बेटा था।
मुम्बई से लौटे थे गांव, ट्रक चलाकर परिवार का करते थे भरण-पोषण
संतोष यादव मुंबई में ट्रक चलाकर रोज़ी-रोटी कमाते थे। करीब डेढ़ महीने पहले ही वे गांव लौटे थे, ताकि घर धान की रोपाई और परिवार का मदद हो सके। शनिवार की शाम धान की रोपाई के लिए डीजल लेने खुटहन जा रहे थे तभी बीच रास्ते में विवाद हो गया था। सन्तोष परदेश रखकर बच्चों की पढ़ाई और परिवार का खर्च चला रहे थे। उनकी असमय मौत से उनका परिवार बेसहारा हो गया है। सबसे बड़ी बेटी आकृति मात्र 8 साल, दूसरी बेटी अंशी 6 वर्ष, तीसरी बेटी छोटी 3 वर्ष, सबसे छोटा बेटा ऋषि 8 माह का क्या होगा ?
बारिश के पानी का छीटें बना जिन्दगी का दुःखद अन्त
मृतक सन्तोष बाइक से खुटहन डीजल लेने के लिए जा रहे थे। अभी वह गौसपुर के करीब पहुँचे थे कि बारिश के चलते सड़क पर एकत्र पानी की छींटे किनारे खड़े चन्द्रभान के ऊपर पड़ गया। इसी बात को लेकर सन्तोष से कहा सुनी हो गई और डीजल लेने चले गए। इधर चन्द्रभान अपने पाही पर रखें कुल्हाड़ी लेकर दो अन्य के साथ सन्तोष को आने का इंतज़ार कर रहा था। जैसे ही सन्तोष डीजल लेकर गौसपुर के करीब पहुँचा वैसे पीछे से घात लगाएं बैठे लोगों ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था जिससे वह गम्भीर रूप से घायल होकर दम तोड़ दिया था।
तीनों नामजद आरोपित गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक घटना के बाद मृतक के भाई प्रदीप यादव की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी चन्द्रभान को चंद घण्टों में गिरफ्तार कर लिया गया तथा उसके निशानदेही पर दो अन्य आरोपी सुरेंद्र उर्फ सुक्खू व शैलेश को भी गिरफ्तार कर लिया और संबंधित धाराओं में चालान कर उन्हें न्यायालय भेज दिया गया है।

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