Jaunpur News : ​आईवीएफ से नाउम्मीद दम्पत्तियों को मिलती है बच्चों की खुशी: डा. अंजू कन्नौजिया

वर्ल्ड आईवीएफ डे पर आशीर्वाद हास्पिटल एण्ड आईवीएफ फर्टिलिटी सेण्टर पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम
जौनपुर। आईवीएफ (IVF) डे पर नगर के पालिटेक्निक चौराहे के पास स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल में कार्यक्रम हुआ जहां विशेषज्ञ डा. अंजू कन्नौजिया ने कहा कि आईवीएफ से निसंतान लोगों को संतान हो रही है और ये पूरी तरह से सेफ है। पहले इस पूरी प्रक्रिया के लिए जौनपुर के लोगों को बाहर जाना पड़ता था लेकिन अब यह सुविधा हमारे हॉस्पिटल में उपलब्ध है। आईवीएफ पूरी तरह से साइंटिफिक प्रूफ है इसके 50 से 60 प्रतिशत तक रिजल्ट पॉजिटिव आते है। इसी क्रम में डा. विनोद कन्नौजिया ने कहा कि आईवीएफ से हमारे यहां कई लोगों को बच्चे हुए है और सभी लोग बहुत खुश है।
विदित हो कि वर्ल्ड आईवीएफ डे पर आशीर्वाद हास्पिटल एण्ड आईवीएफ फर्टिलिटी सेण्टर पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ जहां डॉ. अंजू कन्नौजिया ने निःसंतान दंपत्तियों को उम्मीद देने वाली आईवीएफ (In Vitro Fertilization) तकनीक की जानकारी देते हुये कहा कि "मां बनना हर महिला का सपना होता है और आईवीएफ उस सपने को साकार करने की एक वैज्ञानिक राह है।" इस मौके पर आईवीएफ के माध्यम से सफल मातृत्व प्राप्त कर चुकीं महिलाओं को सम्मानित कर समाज को सकारात्मक संदेश भी दिया गया।
डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि हर वर्ष 25 जुलाई को वर्ल्ड आईवीएफ डे मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1978 में दुनिया का पहला आईवीएफ से जन्मा बच्चा "लुईस ब्राउन" पैदा हुआ था। यह दिन उन वैज्ञानिकों के योगदान को भी सम्मानित करता है जिन्होंने इस क्रांतिकारी तकनीक को सफल बनाया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. अंजू ने आईवीएफ को लेकर फैली भ्रांतियों और डर को दूर करने की कोशिश किया। साथ ही स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है और हजारों दंपत्तियों के लिए संतान प्राप्ति का वरदान बन चुकी है।
कार्यक्रम में उन महिलाओं को मंच पर लाया गया जिन्होंने आशीर्वाद हॉस्पिटल की मदद से आईवीएफ के जरिए मातृत्व प्राप्त किया। उनकी आंखों में खुशी और चेहरे पर आत्मविश्वास देखकर लोगों में भावनात्मक माहौल बन गया। इन महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने समाज के तानों और मानसिक तनाव के बावजूद हार नहीं मानी और आईवीएफ के जरिए अपने जीवन में नई रोशनी लाई। डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि "हमारा उद्देश्य सिर्फ उपचार नहीं, बल्कि समाज में निःसंतानता को लेकर जागरूकता फैलाना और उन लोगों को भावनात्मक सहारा देना है जो इस दर्द से गुजर रहे हैं। आईवीएफ अब कोई सपना नहीं, बल्कि सच्चाई है।"
कार्यक्रम में मेडिकल छात्रों, महिलाओं और जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया और आईवीएफ तकनीक के बारे में सवाल पूछा। अंत में डॉ. अंजू ने कहा कि "हर महिला मां बनने का अधिकार रखती है और आईवीएफ उन्हें यह अवसर देता है, बशर्ते सही जानकारी, सही समय और सही इलाज मिले।"
इस अवसर पर डा. अंजना सिंह, समाजसेवी उर्वशी सिह, आरडी चौधरी, सुनील चौधरी, मोहम्मद अजहर, ओम निगम, सुनील यादव, पिन्टू कन्नौजिया, अभिलाष सिह, मनीष कन्नौजिया, बीनू मिश्रा, प्रेम यादव, बीके श्रीवास्तव, प्रदीप यादव, साहब लाल यादव, कुश कन्नौजिया, सन्तोष रजक सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। अन्त में आशीर्वाद हास्पिटल के डा. विनोद कुमार आर्थोपेडिक सर्जन ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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